हरिद्वार।
जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में गुरूद्वारा ज्ञान गोदडी हेतु उपयुक्त भूमि चिन्हित किये जाने के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में विभिन्न पहलुओ के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिस पर गुरूद्वारा ज्ञान गोदडी के प्रतिनिधिमण्डल ने इस बात पर जोर दिया कि जिस स्थान पर ज्ञान गोदडी है, वहीं पर बनाना चाहते हैं, इस पर प्रतिनिधिमण्डल को बताया गया कि सम्बन्धित स्थान उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीन है, जिसके लिये उत्तराखण्ड सरकार/ शासन के माध्यम से अनुरोध किया जायेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पीएल शाह, एमएनए दयानन्द सरस्वती, एसडीएम पूरण सिंह राणा, अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी अविनाश भदौरिया, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई उप्र, अध्यक्ष ज्ञान गोदडी सरदार हरजीत सिंह दुवा, संरक्षक सन्त जगजीत सिंह शास्त्री, महामंत्री श्रीगंगा सभा तन्मय वशिष्ठ, अध्यक्ष नितिन गौतम सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारी उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर श्री गुरु नानक देव धर्म प्रचार समिति द्वारा गुरुद्वारा ज्ञान गोदडी को लेकर कनखल विरक्त कुटिया में बैठक आयोजित की गई। बैठक मेेंं शासन – प्रशासन द्वारा ज्ञान गोदड$ी गुरद्वारा के संबंध में अभी तक कोई भी कार्रवाई ना होने के कारण सिख समाज ने रोष जताया। सदस्यों ने कहा कि सिख समाज हरकी पैडी के पास मूल स्थान की मांग पर अडी है। प्रेमनगर पुल के पास धरना स्थल या अन्यत्र स्थान हरिद्वार के सिख समाज को बिल्कुल भी मंजूर नहीं है। ना ही हरजीत सिंह दुआ की अगुवाई मंजूर है, हरिद्वार का सिख समाज हरजीत सिंह दुआ तथा प्रेम नगर आश्रम की जगह का बहिष्कार करता है। उन्होंने कहा कि पूर्व में 12 जनवरी 2023 को कमेटी द्वारा जिला अधिकारी हरिद्वार कैम्प कार्यालय में मुलाकात की गई थी। जिसमें कमेटी द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया था कि ज्ञान गोदडी गुरद्वारा के लिए जब भी आप मीटिंग बुलाएं तो जो भी अभी तक ज्ञान गोदरी गुरद्वारा के लिए संघर्ष करते आ रहे हैं, उन सभी को बुलाया जाए। जिनसे मिलजुल कर एक उचित समाधान निकल सके परंतु हर बार की तरह इस बार भी आज 6 मई को जिलाधिकारी द्वारा ज्ञान गोदडी के संबंध में मीटिंग बुलाई गई। सिख समाज को नहीं बुलाया गया ना किसी और कमेटी को बुलाया गया। सिर्फ हरजीत सिंह दुआ को ही बुलाया गया। हरजीत सिंह दुआ जो परिवार सहित चंडीगढ में निवास कर रहे हैं जिनका अब हरिद्वार में निवास नहीं है सिर्फ बिजनेस चल रहा है। उस आदमी को हर बार बुलाया जाता है और कोई समाधान नहीं निकलता। सिख समाज से ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है। सिख समाज शांतिपूर्वक कई वर्षों से सिख धर्म के पहले गुरु गुरु नानक देव के एतिहासिक स्थान की मांग करता आ रहा है। सिख समाज को शासन प्रशासन द्वारा शुरू से ही गुमराह किया जा रहा है ना तो सिख समाज को कोई सूचना दी जाती है ना कोई जानकारी दी जाती है। अगर गुरद्वारा ज्ञान गोदडी स्थान का कोई जल्द समाधान नहीं हुआ तो सिख समाज को मजबूरन सडकों पर प्रदर्शन करना पडेगा। धरना देना पडेगा। बैठक में शामिल बाबा पंडित, सतपाल सिंह चौहान, अनूप सिंह सिद्धू , सुखदेव सिंह, उज्जल सिंह, बलविंदर सिंह ,करमजीत सिंह, सुबा सिंह ,जसविंदर सिंह बराड$ आदि शामिल रहे।