देहरादून। राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर रेंज में जिम कार्बेट पार्क से लाई गयी बाघिन को सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने बाड़े से जंगल में छोड़ा। इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल, प्रमुख सचिव और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार सुबह करीब साढ़े छह बजे मुख्यमंत्री ने बाघिन को छोड़ने के लिए बाड़े का गेट खोला। इस बाघिन को सोमवार रात को कार्बेट पार्क से मोतीचूर रेंज लाया गया था। जहां उसे बाड़े में रखा गया। इस दौरान बाघिन के व्यवहार व स्वास्थ्य की निगरानी की गयी। पार्क निदेशक डा साकेत बडोला के मुताबिक बाघिन एकदम स्वस्थ है और उसका व्यवहार सामान्य है। उसे रेडियो कालर लगाया गया है, ताकि जंगल में उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। दरअसल, राजाजी पार्क के दक्षिणी पश्चिम हिस्से में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए बीते कई सालों से प्रयास हो रहे हैं। इसके लिए जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व से राजाजी पार्क के इस हिस्से में बाघ और बाघिनों को शिफ्ट किया जा रहा है। इससे पूर्व 24 दिसंबर 2020 को एक बाघ और नौ जनवरी 2021 को एक बाघिन को यहां लाया जा चुका है। आने वाले दिनों में अभी दो ओर बाघ यहां लाए जाने की योजना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव एवं प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने शनिवार को मोतीचूर रेंज में राजाजी नेशनल पार्क का भ्रमण किया। इस अवसर पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के वन क्षेत्र से लाई गई एक बाघिन को राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर वन क्षेत्र में बाड़े से छोड़ा गया।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राजाजी
नेशनल पार्क का यह क्षेत्र पर्यटन हब बने, लोग यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने आएं, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। आज राजाजी नेशनल पार्क के मोतीचूर रेंज में एक बाघिन को छोड़ा गया है। इकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन बनाए रखने एवं पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक समीर सिन्हा उपस्थित थे।